हिमाचल प्रदेश के सोलन में रविवार दोपहर भारी बारिश के चलते चार मंजिला इमारत ढह गई। हादसे में सोमवार को मरने वालों की संख्या तीन से बढ़कर 14 हो गई, इनमें 13 असम राइफल्स के जवान हैं। सेना, सीआरपीएफ, हिमाचल पुलिस, एनडीआरएफ की तीन टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन किया। अधिकारियों के मुताबिक, 30 जवान और 12 नागरिक मलबे में दबे थे। सभी को बाहर निकाल लिया गया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार सुबह घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि यह बिल्डिंग नियमों के मुताबिक नहीं बनी थी। इसके लिए मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मुख्यमंत्री ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं। इसी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में ढाबा चलता था। घटना के वक्त असम राइफल्स के जवान भी यहां चाय पीने के
लिए रुके थे।
हादसे के वक्त ढाबे पर 35 जवान मौजूद थे
अस्पताल में भर्ती एक जवान ने बताया कि हादसे के वक्त 35 जवान ढाबे पर रुके थे। इनमें से 30 जूनियर कमीशन्ड ऑफिसर (जेसीओ) हैं। एक अन्य घायल रमेश कुमार ने कहा कि बिल्डिंग गिरी तब वहीं करीब 50 लोग मौजूद थे। अचानक हमें लगा कि भूकंप आ गया। 15 मिनट मलबे में फंसा रहा, फिर किसी तरह लोगों ने मुझे बाहर निकाला।
इमारत 10 साल पुरानी थी, भूस्खलन की आशंका
डिप्टी कमिश्नर केसी चमन ने बताया कि यह इमारत 2009 में बनाई गई थी और हाल ही में मालिक ने इस पर एक और मंजिल बढ़ा ली थी। आशंका है कि भूस्खलन होने से इमारत ढह गई। यह बिल्डिंग कुमारहट्टी-नाहन रोड पर शिमला से 130 दूर स्थित है।
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